Friday, July 24, 2015

एक

एक सायंकाळ हवीये
झुरायला
एक पाऊस हवाय
भिजायला

एक घर हवाय
सजवायला
एक पायवाट हवीये
हरवायला

एक चुटका हवाय
हसायला
एक कारण हवय
रुसायला

एक साज हवाय
छेडायला
एक गाणं हवय
गुणगुणायला

एक गुपित हवय
कुजबुजायला
एक विश्वास हवाय
ठेवायला

एक हसू हवय
स्मरायला
एक आसू हवाय
पुसायला

1 comment:

  1. सच है हर बात के पीछे कोई न कारण होता है

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